अल्मोड़ा. उत्तराखंड की सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में लगभग हर महीने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है. इस समय अल्मोड़ा में कुमाऊं महोत्सव का आयोजन किया गया है. यह महोत्सव पिछले कई वर्षों से यहां आयोजित किया जा रहा है. कोरोना की वजह से पिछले 2 साल से इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका था. इस साल धूमधाम से इसे किसी त्योहार की तरह ही मनाया जा रहा है. कुमाऊं महोत्सव की शुरुआत करते हुए अल्मोड़ा के नंदा देवी मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई और पलटन बाजार में इसका समापन किया गया.
शोभायात्रा में कलाकारों ने कुमाऊं का मशहूर छोलिया नृत्य पेश किया. कुमाऊंनी परिधानों में सजी महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली. इसके अलावा स्कूली बच्चे और शहरवासी भी शोभायात्रा में मौजूद रहे. वहीं थाना बाजार में दही हांडी के कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. कुमाऊं महोत्सव में अल्मोड़ा के कलाकारों के साथ-साथ बाहर से आए कलाकार भी हिस्सा लेते हैं. स्टार नाइट के दौरान सभी कलाकार यहां समां बांध देते हैं.
बाहरी कलाकारों की प्रस्तुतियां हैं खास
मुख्य संयोजक अमरनाथ नेगी ने बताया कि नंदा देवी से लेकर मुख्य बाजार तक सांस्कृतिक जुलूस निकाला गया, जिसमें काफी संख्या में लोग मौजूद रहे. इसमें छोलिया नृत्य के अलावा कुमाऊंनी परिधान में सजी महिलाएं और स्कूली बच्चे मौजूद रहे. कुमाऊं महोत्सव में उत्तराखंड के विभिन्न कलाकार यहां आकर प्रस्तुति देते हैं. इसके अलावा यहां स्थानीय कलाकारों के द्वारा भी प्रस्तुति दी जाती है.
कुमाऊं महोत्सव के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने कहा कि पिछले कई वर्षों से इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. उत्तराखंड के कई मशहूर कलाकार यहां आते हैं और परफॉर्म करते हैं. इसके अलावा स्थानीय कलाकारों को भी मंच दिया जाता है, जो अपनी प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. यह महोत्सव 31 अगस्त तक चलेगा.