दुनियाभर में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस की दहशत अभी कम भी नहीं हुई कि एक नए वायरस के आने की चेतावनी ने दुनियाभर की टेंशन फिर बढ़ा दी है। विशेषज्ञों की मानें तो चूहे, गिलहरी जैसे जीव कोरोना जैसे ही दूसरे वायरस के वाहक हो सकते हैं। विशेषज्ञों ने दुनिया को चेताया है कि अगली महामारी चूहों से आ सकती है। मीडिया रिपोट्स की मानें तो अमेरिका की प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने शोध करने के बाद यह चेतावनी जारी की है। हांलाकि अल्मोड़ा टूडे इसकी पुष्टि नहीं करता। मीडिया रिपोट्स के अनुसार प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने बताया कि कई जीवों के जिनोमिक अध्ययन किए गए हैं। इसमें इस बात के साक्ष्य मिले हैं कि कुछ चूहे जैसी प्रजाति के जीव पहले भी SARS जैसे कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इससे उन जीवों में कुछ रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा हो गई है। SARS-CoV-2 वायरस की वजह से कोरोना वायरस संक्रमण होता है जो पशुजन्य है। इसका मतलब यह हुआ कि कोरोना वायरस पशुओं से इंसानों में आया है। इससे पहले एक अन्य शोध में पता चला था कि चीनी चमगादड़ों में कई तरह के SARS जैसे वायरस रह सकते हैं। चमगादड़ों के अंदर इसके लक्षण भी नहीदिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के वायरस के अंदर कुछ रोग प्रतिरोधक क्षमता है जो भविष्य में किसी महामारी को रोकने के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। जानकारी के अनुसार प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों का कहना है कि हमारा शोध बताता है कि प्राचीन चूहों में SARS जैसे कोरोना वायरस का कई बार संक्रमण हो चुका है। इससे उनके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण हो गया है। शोधकर्ताओं ने विभिन्न जीवों के ACE2 रिसेप्टर का भी शोध किया जिसका इस्तेमाल सार्स वायरस कोशिकाओं के अंदर प्रवेश करने के लिए करते हैं।