अल्मोड़ा। यहां सोबन सिंह जीना विवि के दृश्य कला संकाय और चित्रकला विभाग में जी-20 के अंतर्गत कौशल विकास और कला विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में देश के विभिन्न राज्यों से आए शोधार्थी शामिल हुए। इस अवसर पर एसएसजे विवि के कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि दृश्य कला संकाय रचनात्मक संकाय हैं। कार्यशाला के विषय को अपने सरल व सहज शब्दों में हिंदी साहित्य के माध्यम से उन्होंने अपनी बात को शोधार्थियों तक प्रेषित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अधिष्ठाता प्रशासन प्रो. प्रवीण सिंह बिष्ट ने इस विषय पर विचार रखते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपने कार्य मे निरंतरता बनाए रखनी चाहिए जिनसे भविष्य में वह उस कार्य में कुशल हो सके। कार्यक्रम संयोजक प्रो. शेखर चंद्र जोशी ने कहा कि कला का उद्देश्य किसी भी कला को कुशलता और दक्षता के साथ विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है। अति विशिष्ट अतिथि विधायक मनोज तिवारी ने शोधार्थियों का प्रोत्साहन करते हुए कौशल विकास और कला के विषय में चर्चा की। विधायक ने देश की बढ़ती जनसंख्या पर भी गहरा चिंतन जताया। विशिष्ट वक्ता ध्रुव टम्टा ने अपने आस-पास के उदाहरणों से कौशल विकास और कला को बताया। कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता जीवन कैमोइरानो ने भी कौशल विकास और कला विषय के बारे में बताते हुए कहा कि विद्यार्थियों का रचनात्मक और अनुशासित होना आवश्यक है। इस मौके पर विधायक मोहन सिंह मेहरा, डॉ. संजीव आर्य, कौशल कुमार, प्रो. सोनू द्विवेदी, प्रो. इला शाह, किरण, नमिता, नीलम, शोभा, मनीषा, रिया, चित्रा, अंजली भरतोला, प्रीति राठोर, लक्षिता, सुमित्रा, किरन राठोर, प्रियंका, अंजलि कश्यप, प्रतिभा, डॉ. कुसुम लता, डॉ. रवि कुमार, योगेश मनाली, गुड्डू बोज, राकेश फुलारा, विपिन बोरा, चंचल जोशी, चित्रलेखा पंत, तनुजा, कौशल, चंदन, रमेश, संतोष, पूरन, जीवन आदि मौजूद रहे।