देहरादून। अंकिता हत्याकाण्ड को लेकर लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से असंतुष्ट परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। इधर प्रशासनिक अमला अंतिम संस्कार करवाने के लिए परिजनों को मनाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन लोग मानने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस बीच पुलिस ने शाम को जबरन शव को अंतिम संस्कार करने के लिए ले जाने का प्रयास किया, लेकिन भारी भीड़ के गुस्से के आगे प्रशासन की एक नहीं चली। पुलिस द्वारा शव को ले जाने का प्रयास किया तो भारी संख्या में प्रदर्शनकारी मोर्चरी के आगे लेट गए। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये और परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। कहा कि सुबह से प्रदर्शन करने के बावजूद भी सरकार की ओर से कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने नाराजगी जताई कि वे सुबह 7 बजे से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी जिम्मेदार प्रतिनिधि वार्ता करने के लिए आगे नहीं आया। हालांकि, जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडेने ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से जाम खुलवाने का अनुरोध किया था, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने थे। रविवार सुबह से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर श्रीनगर में प्रदर्शनकारियों ने जाम लगाया हुआ है, जिससे भारी संख्य में यात्री फंस गए हैं।