द्वाराहाट। तीन दिवसीय ‘सृजनात्मक लेखन एवं कला अभिरुचि कार्यशाला’ का शुक्रवार को समापन हो गया। राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय, मल्ली मिरई में कार्यशाला समापन के अवसर पर उपशिक्षा अधिकारी डी.एल. आर्या ने कार्यशाला में तैयार दीवार पत्रिका बाल बसंत का लोकार्पण कर बच्चों द्वारा किये गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह की कार्यशालाओं एवं सृजनात्मक कार्यों से बच्चों की प्रतिभा को निखारने एवं उन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं। कार्यशाला में मुखौटे, मिट्टी के खिलौने, चित्रकला, ऐपण, क्राफ्ट, कविता-कहानी लेखन एवं दीवार पत्रिका आदि सृजनात्मक कार्य बच्चों को सिखाए गए। कार्यशाला के समापन अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों व पुतली कला पर केंद्रित पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई। नंद लाल आर्या ने लोकगीतों के विविध पक्षों पर बातचीत करते हुए बच्चों को उनके बारे में जानकारी दी। उन्होंने झोड़ा, चाँचरी, न्योली आदि लोकगीत गाकर उनकी विशेषताओं के बारे में बताया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ. दीपक मेहता ने कार्यशाला के विविध पक्षों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि आगे भी इस तरह की सृजनात्मक गतिविधियां चलती रहेंगी। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की शिक्षिका कमला बिष्ट ने किया। कार्यशाला समापन के साथ नववर्ष को विदा करते हुए विद्यालय के बच्चों ने अपनी-अपनी रचनाओं का प्रदर्शन किया। कार्यशाला में कविता राणा, गीता देवी, नीमा राणा आदि ने विशेष सहयोग किया।