ऊधम सिंह नगर के रुद्रपुर से एक दुखद खबर सामने आ रही है। यहां ट्रांजिट कैंप निवासी दो छात्रों की रामनगर स्थित कार्बेट फॉल में नहाते वक्त डूबने से मौत हो गयी। घटना से इलाके में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है इनमें से एक छात्र घर का इकलौता पुत्र था, उसकी मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। उधर घटना को लेकर परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
जानकारी के अनुसार दिनेशपुर द्रोण कॉलेज के फार्मेसी डिप्लोमा के 31 छात्र-छात्राओं का एक दल बीते रोज रविवार को नैनीताल घूमने के लिए गया था। बताया जाता है कि जब उनकी बस रूसी बाईपास पर पहुंची तो भारी ट्रैफिक के चलते पुलिस ने बस को आगे नहीं जाने दिया। इस पर छात्रों का दल मायूस हो गया, बाद में दल ने अपने प्लान में बदलाव करते हुए नैनीताल की जगह रामनगर कार्बेट फॉल में घूमने का मन बनाया। बताया जाता है कि इस दल के साथ कॉलेज प्रबंधन की तरफ से भी कुछ लोग टूर पर गए थे। कॉर्बेट फॉल में नहाना प्रतिबंधित है बावजूद इसके फॉल में भारी संख्या में लोग नहा रहे थे। जिससे देख टूर पर घूमने आए ट्रांजिट कैम्प निवासी रिंकी मंडल भी नहाने के लिए फॉल में उतर गया, कुछ देर बाद फॉल के तेज घुमाव में रिंकी मंडल डूबने लगा। रिंकी को डूबता देख साथी ट्रांजिट कैम्प निवासी अभिजीत अधिकारी भी फॉल में कूद पड़ा और अपने दोस्त को बचाने की कोशिश में वह भी फॉल के तेज घुमाव में डूब गया। घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम एसडीआरएफ के साथ मौके पर पहुंची तो एसडीआरएफ की टीम ने घटना वाले दिन सिर्फ रिंकी मंडल का शव बरामद किया। जबकि अभिजीत अधिकारी का शव काफी खोजबीन के बाद आज सुबह बरामद हुआ। घटना की सूचना से दोनों छात्रों के घर पर कोहराम मचा हुआ है।
ट्रांजिट कैंप दुर्गा मंदिर के सामने रहने वाले अभिजीत अधिकारी अपने परिवार का एकलौता लड़का था। वहीं घटना के बाद अभिजीत के परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया जाता है कि अभिजीत ने डी फार्मा करने के बाद पिता के मेडिकल स्टोर के बिजनेस को संभालने का फैसला किया था। अभिजीत के पिता किशोर अधिकारी ने बताया कि बेटा बहुत ही मेहनती था और अपनी पढ़ाई को लेकर काफी मेहनत किया करता था। दूसरे बच्चों की तरह अभिजीत ज्यादा शौकीन नहीं था अधिक खर्चे के लिए भी परिवार पर वह कभी दवाब नहीं बनाता था। अभिजीत के चाचा सुब्रत अधिकारी ने भी कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि घटना करीब 1ः30 बजे हुई थी जबकि 5 बजे परिवार वालों को घटना की जानकारी दी गई। आरोप है कि पहले नैनीताल ले जाने की बात कही गयी जब रामनगर टूर को ले जाया गया तो परिवार को इसकी जानकारी भी नहीं दी गई। वहीं ट्रांजिट कैम्प के जगतपुरा रोड पर गोविंद नगर निवासी रिंकी भी कॉलेज की तरफ से टूर पर गया था। भाई गगन ने बताया कि 12 बजे बात हुई थी तो उसने बताया कि नैनीताल का रास्ता बंद है और उन्हें रामनगर नया गांव स्थित कॉर्बेट फॉल ले जाया जा रहा है जबकि शाम को कॉलेज की शिक्षिका का फोन आया कि उसका भाई कालाढूंगी सरकारी अस्पताल में एडमिट है।