देहरादून। देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियां आज हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जित कर दी गयी। इस दौरान उनकी दोनों बेटियां कृतिका और तारिणी सुबह दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर घाट से अपने माता-पिता की अस्थियां को कलश में लेकर हरिद्वार पहुंची। यहां पहुंचने के बाद वीआइपी घाट पर विधि-विधान और पूरे सैन्य सम्मान के साथ तीर्थ पुरोहित आदित्य वशिष्ठ ने अस्थियां गंगा में विसर्जित करवाई। इस दौरान दोनों बेटियों की आंखें नम थीं। वहीं बड़ी संख्या में लोग भी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए घाट पर पहुंचे। पर उन्हें बाहर ही रोक दिया गया है। सीडीएस को अंतिम विदाई देने पहुंचे केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शोक संवेदना व्यक्त की। गौरतलब है कि विगत 8 दिसम्बर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे के दौरान देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गयी थी। जिसके बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी थी। कल देर शाम शहीद रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार किया गया और आज उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित कर दिया गया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, धन सिंह रावत, गणेश जोशी, विधायक संजय गुप्ता, हरिद्वार मेयर अनिता शर्मा, ऋषिकेश मेयर अनीता ममगई, जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे, अपर जिलाधिकारी वीर सिंह बुदियाल, सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह अलावा कई सैन्य अधिकारी मौजूद रहे।