रक्षाबंधन पर्व पर जिले में रोडवेज की 14 सेवाओं में से तीन सेवाओं का संचालन स्थगित रहा है। कई पर्वतीय रूटों में रोडवेज की सेवाएं न होने से पहाड़ जाने वाली बहनों को मुफ्त यात्रा का लाभ नहीं मिल पाया। वह टैक्सी, केमू में 150 से 300 रुपये टिकट लेकर भाई के घर पहुंची जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ। रक्षाबंधन पर्व पर शासन ने भाई के घर जाने वाली महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी थी लेकिन जिले में अधिकतर रूट पर बहनें मुफ्त यात्रा के लाभ से वंचित रहीं। जिला मुख्यालय स्थित रोडवेज डिपो से 14 सेवाओं का संचालन रोजाना होता है। रक्षाबंधन पर्व पर तीन सेवाओं का संचालन स्थगित रहा। वहीं कई पर्वतीय रूटों में रोडवेज बसों का संचालन ही नहीं होता है। ऐसे में पर्वतीय क्षेत्र की कई रूटों में बहनों को मुफ्त यात्रा का लाभ नहीं मिला। बहने टैक्सी, केमू में 150 से 300 रुपये टिकट लेकर भाई के घर रवाना हुई। जिससे उनकी जेब ढीली हुई।
रक्षाबंधन पर्व पर आवाजाही बढ़ने से नगर के बस स्टेशन और टैक्सी स्टैंड में यात्रियों की भीड़ रही। स्टेशनों में यात्रियों को गंतव्य को जाने के लिए बस का इंतजार करना पड़ा। बसों में सीट पाने के लिए भी यात्रियों में होड़ रही।
रानीखेत से भिकियासैंण जा रही रेनू ने बताया कि रोडवेज बस का संचालन न होने से टैक्सी में किराया देकर भाई के घर जा रही हूं। मुफ्त यात्रा का लाभ नहीं मिलने पर नाराजगी जताई।रानीखेत से गरुड़ जा रही रोशनी ने बताया कि रोडवेज की सेवा न होने से निजी वाहन से भाई के घर जा रही हूं। पर्वतीय रूटों पर भी रोडवेज बसों का संचालन किया जाए। रानीखेत से भिकियासैंण जा रही पूजा ने बताया कि रोडवेज की एक भी सेवा संचालित नहीं होती है। ऐसे में टैक्सी में किराया चुकाकर जाना पड़ रहा है। आधे से अधिक महिलाओं को मुफ्त यात्रा का लाभ नहीं मिला।
इन रूटों पर मिला लाभ
अल्मोड़ा- देहरादून
अल्मोड़ा-दिल्ली
अल्मोड़ा-हरिद्वार
अल्मोड़ा-मासी
अल्मोड़ा- चंडीगढ़
अल्मोड़ा- लखनऊ
अल्मोड़ा-गुरुग्राम
इन रूटों पर नहीं मिला लाभ
अल्मोड़ा-सोमेश्वर
लमगड़ा-बिरखम-जमाड
अल्मोड़ा-जागेश्वर
ये सेवाएं रही स्थगित
अल्मोड़ा-टनकपुर
अल्मोड़ा-लमगड़ा-दिल्ली
बेतालघाट-दिल्ली