द्वाराहाट। पहाड़ों पर जंगली जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जहां प्रदेश में पिछले सात दिनों के अंदर अलग-अलग जिलों में गुलदार ने तीन बच्चों को अपना शिकार बनाया है। वहीं सोमवार देर शाम द्वाराहाट में ग्रामसभा मल्ली मिरई के तोक भौरा में गुलदार ने तीन लोगों पर हमला बोलते हुए उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। गनीमत रही कि हो-हल्ला होने के बाद गुलदार मौके से भाग गया वरना जानमाल का खतरा भी हो सकता था। ग्रामीणों द्वारा घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। गुलदार के हमले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसे स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बनाया गया है। उधर वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग की टीम आज ग्रामीणों के साथ भौरा तोक पहुंची और गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया।
जानकारी के अनुसार द्वाराहाट में ग्रामसभा मल्ली मिरई के तोक भौरा निवासी सुमित कुमार अपने घर के पास ही पानी का नल ठीक करने गए हुए थे। इस दौरान उनकी माता पुष्पा देवी और पड़ोसी बचुली भी उनके साथ में मौजूद थीं। अभी तीनों लोग पानी का नल ठीक ही कर रहे थे कि अचानक गुलदार ने सुमित पर हमला कर दिया। उसे बचाने की कोशिश में लगी दोनों महिलाओं पर भी गुलदार ने हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमले के दौरान गुलदार ने बचुली देवी को काफी दूर फेंक दिया, जिससे उनकी आंख, हाथ और सिर में गंभीर चोटें आई हैं। उधर दूसरी ओर गुलदार ने सुमित का दायां हाथ बुरी तरह फाड़ डाला, जबकि उनकी मां पुष्पा देवी की पीठ में गहरे दांत लगे हैं।
बचुली देवी और सुमित को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है जबकि पुष्पा का उपचार सीएचसी में ही चल रहा है। उधर इस मामले में विधायक प्रतिनिधि नारायण सिंह रावत ने बताया कि वन विभाग की तरफ से फौरी राहत देते हुए 15 हजार की धनराशि दी गई है और मुआवजे के लिए वह लगातार मांग उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम के साथ आज ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे हैं और पिंजडा लगाया गया। इस दौरान डिप्टि रेंजर मनमोहन तिवारी, विधायक प्रतिनिधि नारायण सिंह रावत, ग्रमा प्रधान कमल किशोर, गिरीश आर्या, संतोष रावत, गोविन्द सिंह, बालम रावत, राहुल बिष्ट, रोशन कुमार, कमल सिंह, जगदीश, राजू आदि मौजूद रहे।