अल्मोड़ा। नगर में कूड़ा ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण अधर में लटक गया है। पालिका ने ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए तीन करोड़ से अधिक का प्रस्ताव तैयार कर तीन साल पूर्व शासन में भेजा लेकिन इसे पर्यावरणीय स्वीकृति नहीं मिल सकी। इससे यह योजना खटाई में पड़ गई। नतीजा यह है कि ट्रंचिंग ग्राउंड में कूड़ा डंप होता गया जो अब पच्चीस हजार मीट्रिक टन से अधिक पहुंच गया है।
नगर पालिका का ट्रंचिंग ग्राउंड अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ हाईवे पर एनटीडी और चितई के बीच बना है। नगर से रोज 12 टन से अधिक कूड़ा यहां पहुंचता है लेकिन इस कूड़े के निस्तारण के लिए यहां ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लग सका है। पालिका ने वर्ष 2019 में ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण के लिए तीन करोड़ चौवन लाख रुपये का प्रस्ताव शासन में भेजा था। यहां प्लांट स्थापित कर सालों से डंप पड़े कूड़े के साथ ही यहां रोज पहुंचने वाले कूड़े के निस्तारण की योजना थी लेकिन यह योजना खटाई में पड़ गई है। शासन से प्लांट के लिए पर्यावरणीय संस्तुति नहीं मिल सकी जिससे इसके धरातल पर उतरने की उम्मीद कम हो गई है।
टंचिंग ग्राउंड में डंप कूड़े से उठने वाली दुर्गंध हाईवे पर आवाजाही करने वाले यात्रियों के साथ ही आसपास के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। इसके बाद भी वहां रोज बड़ी मात्रा में नगर का कूड़ा पहुंच रहा है लेकिन इसका निस्तारण न होने से यहां कूड़े का ढेर दिन-पर-दिन बढ़ता जा रहा है जिससे नगर पालिका की चिंता बढ़ गई है।
ट्रीटमेंट प्लांट के लिए नहीं मिल रही भूमि
ट्रंचिंग ग्राउंड के आसपास जंगल होने से यहां ट्रीटमेंट प्लांट के लिए पर्यावरणीय संस्तुति नहीं मिल सकी। ऐसे में पालिका अब नए स्थान पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना पर काम कर भूमि तलाश रही है लेकिन उसे उपयुक्त भूमि नहीं मिल सकी। भूमि मिलने के बाद वहां की पर्यावरणीय संस्तुति मिलेगी या नहीं यह भी बड़ा सवाल है।
ट्रीटमेंट प्लांट के लिए दो साल पहले तीन करोड़ से अधिक का प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन इसे पर्यावरणीय संस्तुति नहीं मिल सकी। अब नई भूमि की तलाश की जा रही है। कूड़ा निस्तारण के लिए निश्चित तौर पर ट्रीटमेंट प्लांट की सख्त जरूरत है। – भरत त्रिपाठी, ईओ, नगर पालिका, अल्मोड़ा।