नगरपालिका अल्मोड़ा के रानीधारा क्षेत्र में पेयजल के प्राकृतिक स्रोत नौले पर आए मलबे को हटवाने, घरों में सीवर लाइन बनाने में की गई लापरवाही के कारण आ रहे पानी व रास्ते की मरमत के सम्बंध में सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला के नेतृत्व में रानीधारा वासियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की। साथ ही ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त धार की तूनी से बीरशीबा स्कूल को जाने वाले मार्ग, रानीधारा से विवेकानंद स्कूल को जाने वाले मार्गों को भी दुरस्त करने की मांग की। नगरपालिका अल्मोड़ा के रानीधारा क्षेत्र में पेयजल का प्राकृतिक स्रोत है। मोहल्ले वासी पेयजल की आपूर्ति के लिए इस नौले के पानी का इस्तेमाल करते हैं। बरसात के पानी की उचित निकासी की व्यवस्था न होने के कारण नौले व उसके चारों और प्रचुर मात्रा में मलवा जमा हो जाता है। मोहल्ले वासियों ने पूर्व में अनेकों बार श्रमदान करके मालवा हटवाया। साथ ही चंदा कर दीवार भी दी किंतु बरसात में भारी मात्रा में मलबा आ रहा, जिससे एक ओर तो नौले का पानी दूषित हो रहा है वहीं दूसरी और नौले के चारों ओर पटे मलबे से आवाजाही रुक गयी है। विनय किरौला ने बताया कि रानीधारा में सीवर लाइन का काम पिछले 3-4 माह से चल रहा है। बरसात से पूर्व जल निगम के अधिकारियों समेत जिस कंपनी को टेंडर आवंटित हुआ है। उनके संगठन व मोहल्ले वासियों द्वारा अवगत कराया गया था कि बरसात से पूर्व चेम्बर निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जाय,ताकि बरसात में लाइन चोक होने पर निकासी की व्यवस्था की जाए। सीवर लाइन के ऊपर आम रास्ते की मिट्टी साफ की जाए। रानीधारा वासियों ने उपरोक्त समस्याओं के समाधान की पुरजोर मांग कर जिलाधिकारी से मांग की। जिलाधिकारी ने आस्वस्त कर कहा कि जल्द ही उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में टीम को उपरोक्त समस्याओं के समाधान के लिए भेजा जाएगा।