अल्मोड़ा जिले के पर्यटन स्थल वर्षांत और नए साल के जश्न के लिए सैलानियों से गुलजार रहे। इस साल की खट्टी-मिट्ठी यादों के साथ लोगों ने नए साल का जश्न मनाया। पर्यटन स्थलों में सैलानियों ने गीतों पर ठुमके लगाए। होटल, रेस्टोरेंट में देर रात तक जश्न मनाया गया। लोगों ने अपने-अपने अंदाज में नववर्ष का खैरमकदम किया।
रविवार को पुराने साल की विदाई और नए साल के आगमन का जश्न मनाने की सुबह से ही तैयारी शुरू हो गई थी। पर्यटक अलग-अलग अंदाज में तैयारियों में जुटे रहे। शाम ढलते ही पार्टी का दौर शुरू हुआ। देर रात तक होटल, रेस्टोरेंट सहित अन्य पर्यटक स्थलों में गाना-बजाना चलता रहा और पर्यटक गीतों की धुन पर झूमते रहे। कहीं केक काटकर तो कहीं एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर वर्षांत का जश्न मनाया गया। सैलानी डीजे की धुन पर नाचते-गाते रहे। देर रात तक जश्न का माहौल चलता रहा। होटल कारोबारियों ने भी पर्यटकों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम किए। पर्यटकों को भोजन में पहाड़ी व्यंजन भी परोसे गए। संगीत की भी पूरी व्यवस्था रही। पर्यटन नगरी रानीखेत में वर्षांत का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी उमड़े। प्रसिद्ध गोल्फ मैदान में सैलानियों की चहल पहल रही। बड़ी संख्या में सैलानियों के पहुंचने से बाजार में भी रौनक रही। देर रात तक अलविदा जश्न के लिए होटलों में भी रौनक देखी गई। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस का पहरा रहा। अल्मोड़ा जिले के बिनसर, कसारदेवी, चितई, सिमतोला, ईको पार्क, जागेश्वर, कौसानी, रानीखेत, कोसी कटारमल, द्वाराहाट, चौखुटिया समेत कई पर्यटक स्थलों पर नए साल का स्वागत करने के लिए पर्यटक पहुंचे। उन्होंने रविवार देर रात तक जश्न मनाया और सोमवार सुबह स्थानीय मंदिरों में मत्था टेककर मन्नतें मांगेंगे। नए साल का संकल्प भी लेंगे। अल्मोड़ा जिले की विशिष्ट पहचान बाल मिठाई का भी सैलानियों ने खूब स्वाद लिया। सैलानियों ने बाल मिठाई, चाकलेट, सिंगोड़ी की खूब खरीदारी की। कारोबारियों के मुताबिक वर्षांत पर बाल मिठाई का 25 लाख रुपये से अधिक का कारोबार हुआ।