अल्मोड़ा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल करने की मांग को लेकर आज कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन भेजा। इससे पहले विधायक मनोज तिवारी के नेतृत्व में कांग्रेसी चौघानपाटा मंे एकत्रित हुए। यहां उन्होंने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार सदर कुलदीप पाण्डेय को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश की जनता की आवाज बनकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे थे, लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा राजनैतिक वैमनस्यता की भावना से ग्रस्त होकर बदले की भावना से काम किया। कहा कि देश के लोकतंत्र एंव लोकशाही शक्तियों को मजबूत बनाने में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से लेकर राहुल गांधी का एक लम्बा इतिहास रहा हैं। जनता द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों को उनके कर्तव्यों से पदच्युत करना लोकतंत्र के प्रति एक बड़ा अपराध हैं। कहा गया कि विपक्ष की आवाज दबाने के लिए जांच एजेसियों का दुरूपयोग किया जा रहा है। कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जन सरोकारों के लिए सदन में संघर्ष कर रहे थे, देश की गरीब जनता के धन को अडानी गुप्र को सौंपे जाने पर संसद में राहुल गांधी द्वारा पूछे गए सवालों पर अडानी मामलों में जेपीसी गठन करने की प्रबल मांग से बचने के लिए उनकी संसद सदस्यता को रद्द करने का कृत्य भाजपा सरकार द्वारा किया गया हैं। इस दौरान भूपेन्द्र सिंह भोज गुडडू, तारा चन्द्र जोशी, लता तिवारी, त्रिलोचन जोशी, पीताम्बर पाण्डेय, गोपाल सिंह चॊहान, पूरन सिंह रौतेला, राधा बिष्ट, जया जोशी, शोभा जोशी, अम्बीराम आर्य, किशन लाल, लीला जोशी, अमन अंसारी, निजाम कुरेशी, महेश चन्द्र आर्या, नारायण दत्त पाण्डेय, हरेन्द्र प्रसाद शॆली, रमेश नेगी, शरद चन्द्र साह, दीपा साह, राजेन्द्र प्रसाद, सुन्दर बोरा, संजय दुर्गापाल, सुमित कुमार, भुवन अधिकारी, फहीम उद्दीन, हेम चन्द्र तिवारी, राजेन्द्र तिवारी, राजेश कुमार, संजीव कर्म्याल, अमित बिष्ट, नितिन रावत, पंकज काण्डपाल, विशाल साह, बाला रावत, अभिषेक तिवारी, एके अवस्थी, सरस्वती रोडिया, देवेन्द्र सिंह बिष्ट, कमल कोरंगा, वॆभव पाण्डेय, पंकज कुमार, दान सिंह नेगी, निर्मल रावत, मनोज बिष्ट, मंयक बिष्ट, युवराज सिंह, नवीन कनवाल, पूनम आर्या, शहाबुद्दीन, बी के पाण्डेय, विपुल कार्की, संजय रावत, मनीराज सिंह, नमित जोशी, सुनील कर्नाटक, विक्रम बिष्ट, मोहन सिंह देवली, देवेन्द्र बिष्ट, जगदीश पाण्डेय, मंजुल मित्तल मौजूद थे।