अल्मोड़ा। लोक कलाकार महासंगठन का प्रदर्शन आज दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान चौहान बाटा में गांधी पार्क पर कलाकारों ने जनगीत और जागर के माध्यम से सरकार को अपनी समस्याएं गिनाई। इस दौरान 2 घंटे के क्रमिक अनशन के बाद संस्कृत निदेशालय उत्तराखंड का पुतला भी दहन किया गया। कलाकारों ने संस्कृति विभाग से पंजीकृत सांस्कृतिक लोक दलों के लम्बित बिलों का भुगतान करने, संस्कृति विभाग से सांस्कृतिक लोक दलों के कलाकारों, दलनायकों का मानदेय बढ़ाने, कोरोना काल से आर्थिक तंगी से परेशान सांस्कृतिक लोक दलों का सूचना निदेशालय से आडिशन करवाने, दलों को पूर्व ग्रेड में सम्बद्ध किया जाने, सांस्कृतिक लोक दलों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखने आदि की मांग उठाई। कहा गया कि सांस्कृतिक दलों की उपरोक्त समस्याओं का यथाशीघ्र निराकरण करें, जिससे सांस्कृतिक दलों से जुड़े गरीब लोक कलाकार अपनी घर गृहस्थी सुचारू रूप से संचालित कर सके। इस दौरान व्यापार मंडल के पूर्व महासचिव मनोज पवार, नगर पालिका परिषद के सभासद राजेंद्र तिवारी, गोल्डन वॉइस के संयोजक सूरज वाणी, छात्र नेता दीक्षा सुयाल ने भी कलाकारों को अपना समर्थन दिया। इस दौरान दीवान कनवाल, गोकुल बिष्ट, चंदन बोरा, सुरेश लाल, रमेश लाल, नारायण थापा, प्रियंका चम्याल, मनीषा आर्या, अंबिका आर्या, महिमा आर्या, प्रकाश लाल, पंकज कुमार, जगदीश तिवारी, मानसी बोरा, पूजा बिष्ट, प्रियंका बिष्ट पंकज बोरा, लकी पवार, देवेंद्र भट्ट, संदीप नयाल, विनोद कुमार, शीला पंत, दयानंद कठेत, इंदर गोस्वामी, मनोज चम्याल, गोपाल चम्याल, ममता वाणी भट्ट आदि थे।