अल्मोड़ा। आज यहां नवीन कलेक्ट्रेट परिसर में जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक जिलाधिकारी वंदना सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस दौरान डीएम वंदना सिंह ने कोसी नदी में कूड़ा डालने वालों को चिह्नित कर नोटिस भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि बेस लाइन सर्वे में चिह्नित जिन कस्बों में कूड़ा निस्तारण के लिए वाहन जा सकता है, वहां लोगों से यूजर चार्ज लिया जाए। बैठक में सहायक परियोजना निदेशक, प्रबंधक स्वजल चन्द्रा फर्त्याल ने जानकारी रखी कि जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों के क्रम में 33 ग्राम पंचायतों, 492 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, 20 डम्पिंग जोनों एवं नदी किनारे 4942 आवासों को बेस लाईन सर्वे में चिन्हित कर लिया गया है। साथ ही सोर्स सेग्रीगेशन, यूजर चार्ज आदि के संबंध में व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर ली गयी है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ मिलकर कूड़ा निस्तारण व यूजर चार्ज तय कर लिया जाय। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन मार्गों में कूड़ा एकत्रीकरण वाहन से हो सकता है, वहां यूजर चार्ज लिया जाय। साथ ही यह निर्देश दिए कि कोसी नदी में कूड़ा डालने वालों को चिह्नित कर उन्हें नोटिस जारी किया जाय। उन्होंने सहायक परियोजना निदेशक, परियोजना प्रबंधक स्वजल को निर्देश दिये कि नदी किनारे घरों का कूड़ा निस्तारण की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों की देखरेख में रहे तथा ग्राम पंचायतें कूड़ा प्रबंध के लिए संबंधितों को नोटिस जारी करें। जिलाधिकारी ने जिलाधिकारी कार्यालय विकास भवन मेडिकल कॉलेज से निकलने वाला वेस्ट जलए जो दुबारा प्रयोग में आ सकता हो, उसके लिए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। डीएम ने जिला पंचायत के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन क्षेत्र में डम्पिंग जोन बनाये जाने हैं, उसके लिए वन भूमि हस्तांतरण की कार्यवाही पूरी कर लिए जाने के निर्देश दिये कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के अन्तर्गत प्रस्तावित कार्यों को समय से पूर्ण कर लिया जाय।