अल्मोड़ा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जो 9 नवम्बर से 11 नवम्बर तक चला। इस दौरान ‘लाइफ स्किल एजुकेशन बेस्ड ऑन क्रिटिकल थिंकिंग एण्ड प्राब्लम साल्विंग’ पर केन्द्रित कार्यशाला हुई, जो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों में से एक है। तीन दिवसीय प्रशिक्षण में जिले के सभी विकासखण्डों के 87 शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया। इस दौरान जिले में संचालित अटल उत्कृष्ट राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत महिला शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य किशोरावस्था की बालिकाओं में रोजमर्रा के जीवन में आने वाली व्यवहारिक परेशानियों के उचित समाधान हेतु मार्गदर्शन व परामर्श देना था। इस मौके पर प्राचार्य जीडी गोस्वामी ने कहा कि बालिकाओं हेतु यह प्रशिक्षण सार्थक होगा। प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. हेम जोशी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिपेक्ष्य में चर्चा की। समन्वयक डॉ. बीसी पाण्डेय ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के बहु आयामी विकास के साथ-साथ समाज की मुख्य धारा में लाने पर बल दिया। वरिष्ठ प्रवक्ता जीएस ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिपेक्ष्य को समझने पर बल दिया। इस मौके पर स्मृति गुप्ता, निशा जोशी, रोहित गुप्ता, पुष्पा बोरा, एलएम पाण्डे, एमएस भंडारी, डॉ. दीपक जलाल, डॉ. हरीश चंद्र जोशी, डॉ. पीसी पंत, डॉ. सरिता पाण्डे, अशोक बनकोटी, पुष्पा जोशी, पूर्णिमा जोशी, सपना साही, दीपिका विश्वास, गीता खन्ना, ज्योति राय, डा. कल्पना काण्डपाल, सर्वजीत कौर, यासीन, दीप्ती वर्मा, नीलम सैन, सरोजनी धपोला, गरिमा उप्रेती, रंजना पोखरिया, हेमलता खत्री, दीपिका पंत आदि थे।