अल्मोड़ा। आज उत्तराखण्ड क्रांति दल एवं राज्य आंदोलनकारियों ने न्याय देवता के रूप में विख्यात श्री गोलज्यू मंदिर में लिखित घात डाली। इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य न बनाएं जाने व राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण में पक्षपात तथा उन्हें दी सुविधाओं को अपर्याप्त बताते हुए उन्हें उचित सम्मान व सम्मानजक सुविधाएं दिये जाने हेतु सरकार को सद्बुद्धि देने की गुहार लगाई गयी। कहा गया कि कलेक्ट्रेट को नये भवन में स्थानांतरित करने से आम जनता को हो रही कठिनाइयों को देखते हुए संबंधितों को तहसील स्तरीय कार्य पुरानी कलेक्ट्रेट से ही संचालित करने की सद्बुद्धि देने की गुहार लगाई गयी। वहीं गुरिल्लों की ओर से आंदोलन के 16 वर्षो बाद भी उनकी मांगों की अनसुनी करने, स्वयं अपने ही शासनादेशों का अनुपालन न करने वाले नेताओं, अफसरों को सद्बुद्धि दिये जाने की गुहार भी लगाई गयी।
इधर सरकारों द्वारा किये गये भ्रष्टाचार, विकास की बंदरबांट, सरकारी नौकरियों में अपनों की नियुक्ति तथा बहू-बेटियों की बेइज्जती उनकी हत्या जैसे प्रकरणों में लिप्तता, मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को बचाने वालों को उचित दंड देकर आम जनता को न्याय देने की गुहार लगाई गयी है। इससे पहले यात्रा डाना गोलू मंदिर चितई से मुख्य गोल्ज्यू मंदिर तक ढोल नगाड़े के साथ निकाली गई तथा मंदिर में विधि विधान से पूजा के बाद लिखित घात पत्र मंदिर परिसर में टांके गये। कार्यक्रम में ब्रह्मा नंद डालाकोटी, शिवराज बनौला, दिनेश शर्मा, दौलत सिंह बगड्वाल, नवीन डालाकोटी, गोपाल सिंह बनौला, उदय महरा, हेम जोशी, तारादत्त भट्ट, दीवान सिंह, पूरन जोशी, कुन्दन सिंह, पूरन सिंह बनौला, शंकर दत्त, कैलाश राम, तारा राम, महेश पांडे, बिसंभर पेटशाली, सुनील बहुगुणा, दिनेश बहुगुणा, पनी राम, खड़क सिंह पिलखवाल, अर्जुन सिंह नैनवाल, महेन्द्र सिंह, तारा दत्त, बसन्त सिंह, गिरधर सिंह, इन्द्र बनौला, संतोष बनौला आदि लोग उपस्थित थे।