देहरादून। उत्तराखण्ड में लगातार हुई बारिश के बाद आज सुबह मौसम खुला और धूप निकली। लेकिन कई जगहों पर मौसम खुलने के बाद फिर से आसमान में बादलों ने डेरा जमा लिया। लगातार हुई बारिश से प्रदेशभर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगहों पर मार्ग बंद हैं तो कई जगहों पर भारी नुकसान हुआ है। बारिश के चलते बोल्डर और मलबे की चपेट में आने से दो लोगों की जान चली गई। वहीं सड़क में पानी भरे गड्ढे में डूबने से 10 साल के बच्चे की मौत हो गई। भूस्खलन, मलबा आने और पेड़ गिरने से जहां कुमाऊं में 120 सड़कों पर यातायात ठप हो गया वहीं कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
अल्मोड़ा जिले के सल्ट में ग्राम पंचायत पिपना के तोक पौराबाखली में सोमवार तड़के हुए भूस्खलन में गोशाला के पीछे की दीवार भरभराकर टूट गई। मलबा गोशाला के भीतर घुस गया। गोशाला में सो रहे लक्ष्मण सिंह की मलबे में दबकर मौत हो गई। पिथौरागढ़ के धारचूला में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से जुम्मा गांव के जामुनी तोक निवासी दीवान सिंह पुत्र कल्याण सिंह की मौत हो गई है। वह चचेरे भाई की शादी के दुनगोना समारोह में शामिल होने के लिए जदघर की ओर जा रहा था। चंपावत के बनबसा में पानी से भरे गड्ढे में डूबने से 10 वर्षीय मानव कश्यप की मौत हो गई। बारिश के चलते अल्मोड़ा में 9, पिथौरागढ़ में 25, चंपावत में 21, नैनीताल में 65 सड़कें बंद बताई जा रही हैं।