अल्मोड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत अल्मोड़ा पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान निर्माता भारतरत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर और राय बहादुर मुंशी हरिप्रसाद टम्टा की मूर्तियों में माला अर्पित करने के बाद धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर पूर्व सीएम रावत ने कहा कि देश में पुरानी धरोहर एवं देश के लिए अपना योगदान देने वाले देशभक्तों के नाम मिटाने का दौर चल रहा है। देश के संविधान को तार-तार करने का कृत्य केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किया जा रहा है। कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में पहाड़ की विलुप्त हो रही ऐतिहासिक शिल्पकला के संरक्षण के लिए दूरगामी सोच के तहत समाज के अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं का पलायन रोकने और उन्हें अपने गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जागेश्वर विधानसभा के गुरड़ाबाज में 100 करोड़ की लागत का प्रस्तावित मुंशी हरिप्रसाद टम्टा शिल्पकला उन्नयन केन्द्र की घोषणा करके प्रथम चरण में निर्माण के लिए 6 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की थी। अपने कार्यकाल में वन भूमि हस्तांतरण के साथ उन्नयन केन्द्र के लिए सड़क पंहुचाने के साथ भवन का निर्माण आरम्भ किया। आज वहां पर विगत 6 वर्ष से निर्माणाधीन भवन का एक मंजिला भवन का लिन्टर भी पड़ गया था। लेकिन विगत 6 वर्ष से प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा समाज की उपेक्षा की जा रही है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने कहा कि मुंशी हरिप्रसाद टम्टा शिल्पकला उन्नयन केन्द्र जागेश्वर विधानसभा में विकास का सबसे उदाहरण था। ये उन्नयन केन्द्र पूरे पर्वतीय क्षेत्र के दलित एंव रोजगार के संघर्षरत युवाओं की बड़ी उम्मीद था और साथ ही साथ पहाड़ से पलायन रोकने के लिए ठोस नीतिगत भी था। लेकिन बड़े दुर्भाग्यकारण का कारण हैं कि प्रदेश की 6 वर्ष से अधिक समय तक सत्ता में मौजूद भाजपा सरकार द्वारा राजनैतिक विद्वेष के कारण दलित समाज के भविष्य के साथ मजाक कर रही है। वहीं पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि आज देश में तानाशाही चल रही है, जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।