अल्मोड़ा। अंकिता हत्याकाण्ड को लेकर अल्मोड़ा में भी रोष देखने को मिल रहा है। इस मामले में आम जनमानस से लेकर राजनीतिक पार्टियों तक आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मंाग कर रहे हैं। उत्तराखण्ड़ लोक वाहिनी ने प्रशासनिक लापरवाही की आलोचना की और सरकार पर माफियाओं को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया। वाहिनी ने कहा कि पहाड़ मे राजस्व पुलिस का भी आधुनिकीकरण होना चाहिये। इस प्रकरण में राजस्व पुलिस की भूमिका पूरी तरह से विवादों के घेरे में है। 18 सितम्बर को घटना में जिस तरह से परिजनों की अनदेखी की गई। इस हीलाहवाली मे अंकिता की जान चली गई। यह घटना राजस्व पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। स्थानीय लोगों ने भी इस प्रकरण में पटवारी की भूमिका को लेकर नाराजगी जताई है। उत्तराखण्ड लोकवाहिनी राजस्व क्षेत्रों मे बढते अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने व अंकिता के परिजनों को मुआवजा देने व फिर से किसी के साथ यह ना हो इसकी पुख्ता व्यवस्था करने की मांग करती है। इस दौरान एड. जगत रौतेला, दयाकृष्ण काण्डपाल, अजयमित्र सिंह बिष्ट, पूरन चन्द्र तिवारी, कुणाल तिवारी ने अंकिता हत्याकांड पर गहरा दुख और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।