अल्मोड़ा। सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए लोक कलाकारोें ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान लोक कलाकारों ने सूचना एवं लोक संपर्क विभाग की ओर से कराए जा रहे ऑडिशन को महज एक छलावा बताया। आरोप लगाया कि वैश्विक महासंकट से जंग के बीच सरकार ने लोक कलाकारों को न तो आर्थिक मदद दी और ना ही विभागीय स्तर पर उन्हें काम दिया गया। कहा गया कि कुमाऊं मंडल में शुरू कराए जा रहे ऑडिशन लोक कलाकारों का मखौल उड़ाने जैसा है। तर्क दिया कि ऑडिशन के लिए तीन-चार साल का समय दिया जाता है। इस अवधि में कलाकारों को काम दिया जाता है ताकि उनकी रोजी-रोटी चलती रहे। मगर कोरोनाकाल में उपेक्षित छोड़ दिए गए पेशेवर कलाकार अपनी कला छोड़ होटल-ढाबों में काम करने को विवश हैं। प्रदर्शन करने वालों में गोकुल सिंह बिष्ट, प्रकाश बिष्ट, आशीर्वाद गोस्वामी, गोपाल चम्याल, गीता सिराड़ी, देवेंद्र भट्ट, रमेश लाल, राजेंद्र तिवारी, दीवान राम, राजेंद्र कुमार, अमर बोरा, विनोद राम, चंदन सिंह नेगी, कुंवर राज सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।