अल्मोड़ा। गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्व विद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाये जाने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को अबिलंब वापस लिए जाने की मांग को लेकर उत्तराखण्ड क्रांति दल ने जिलाधिकारी अल्मोड़ा के कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में कहा गया कि विश्व विद्यालय के केंद्रीय विश्व विद्यालय बनने से उत्तराखंड के हित व्यापक रूप से प्रभावित होंगे। यह विश्व विद्यालय जहां उत्तराखंड की पहचान का प्रतीक है वहीं भारत में हरित क्रांति का द्योतक भी है। उत्तराखंड में कृषि व पशुपालन के क्षेत्र में नवक्रांति के लिए इस विश्व विद्यालय को अभी अपनी भूमिका निभानी है। इसके केन्द्रीय विश्व विद्यालय बनने से जहां उत्तराखंड के छात्रों के प्रवेश का 85 प्रतिशत का कोटा समाप्त हो जायेगा वहीं उत्तराखंड के लोगों को मिलने वाले रोजगार के अवसर भी समाप्त हो जायेंगे। उक्रांद ने ज्ञापन में वर्तमान कुलपति तेजपाल द्वारा नियुक्तियों तथा विभिन्न परियोजनाओं में की जा रही अनियमितताओं की जांच की भी मांग की। ज्ञापन भेजने वालों में उक्रांद के केंद्रीय उपाध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी, जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला आदि मौजूद थे।