नई दिल्ली। लगता है लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अपनी ही सरकार को घेरना भाजपा के लोकसभा सांसद वरुण गांधी को भारी पड़ गया है। आज भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नई लिस्ट जारी की, लेकिन इस लिस्ट में वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी का नाम नहीं है। उनकी जगह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया को जगह मिली है। बीजेपी के इस ऐक्शन से साफ है कि वरुण को उनके बागी तेवरों की सजा मिली है। बता दें कि इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। इनके अलावा मिथुन चक्रवर्ती को भी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी जगह मिली है। वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी से विनय कटियार को भी निकाला गया है। बता दें कि बीते कई रोज से किसान मुद्दे को लेकर वरुण अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद वरुण की बगावत और तेजी दिखाई दी। जहां एक ओर बीजेपी नेता दबी जुबान से भी कुछ बोलने को तैयार नहीं थे वरुण इस मामले में खुलकर सोशल मीडिया पर लिख रहे थे। आज सुबह भी वरुण गांधी ने एक वायरल वीडियो ट्वीट किया जिसमें एक जीप प्रदर्शनकारी किसानों को रौंदते हुए जा रही है। वरुण ने ट्वीट किया वीडियो बिल्कुल साफ है। प्रदर्शनकारियों को हत्या कर चुप नहीं कराया जा सकता। किसानों के खून की जबावदेही होनी चाहिए और अहंकार व क्रूरता का भय बैठने से पहले किसानों को न्याय मिलना चाहिए।