देहरादून। अंकिता हत्याकाण्ड मामले में पुलिस और एसआईटी ने अब जांच तेज कर दी है। कोर्ट से तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर होने के बाद जहां एसआईटी आरोपितों से पूछताछ की तैयारी कर रही है वहीं बृहस्पतिवार को पुलिस ने अंकिता के दोस्त पुष्प से पूछताछ की और बयान लिए। पुष्प ने तीन से 18 सितंबर की शाम तक की सारी बातें पुलिस को बताई। कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की है। अंकिता हत्याकांड में एसआईटी पांच दिनों से जांच कर रही है। कई लोगों से पूछताछ और बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं।
जानकारी के अनुसार अंकिता और पुष्प की दोस्ती इंस्टाग्राम पर पिछले साल लॉकडाउन के दौरान हुई थी। अंकिता ने 12वीं के बाद होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया था। चूंकि लॉकडाउन में अंकिता के पिता की नौकरी चली गयी थी तो वह घर की माली हालत देखकर परेशान थी और नौकरी की तलाश कर रही थी। एक दिन अंकिता ने नौकरी ढूंढ़ने वाली बात पुष्प को बताई, जिसके बाद पुष्प भी उसके लिए नौकरी तलाशने लगा। इसी साल अगस्त में पुष्प ने इंटरनेट पर वनंत्रा रिजॉर्ट में महिला स्टाफ की नौकरी का विज्ञापन देखा, जिसके बाद उसकी बात रिजॉर्ट के मालिक पुलकित से हुई थी। नौकरी के लिए एक शर्त यह भी थी कि महिला को यहीं पर रुकना होगा।
चूंकि अंकिता को नौकरी की जरूरत थी तो वह राजी हो गई। उसका घर रिजॉर्ट से तकरीबन 150 किमी दूर है। 29 अगस्त को रिजॉर्ट में बातचीत हुई और पुलकित के अन्य स्टाफ ने अंकिता के दस्तावेज लेकर इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी कर ली। अंकिता ने तीन सितंबर 2022 को ज्वाइन किया। रिजॉर्ट में संदिग्ध गतिविधियां देखकर अंकिता पहले दिन से असहज थी। इसके बाद उसने पुलकित से बात की। पुलकित ने उसे समझाया कि सब ठीक है, कुछ नहीं होगा। ये बातें अंकिता ने पुष्प को बताईं। अंकिता को रहने के लिए एक कमरा दे दिया गया। इसी दरम्यान एक दिन पुलकित ने कहा कि मेहमान अधिक आ गए हैं लिहाजा उसे ऑफिस के बगल वाले कमरे में रुकना होगा।
अंकिता वहां सोने चली गई। कुछ देर बाद वहां पुलकित भी आ गया। वह शराब पी रहा था, पुलकित ने उससे छेड़खानी की, लेकिन अंकिता ने उसे धमका दिया। यहां से अंकिता ने पुष्प को सारी बातें बताईं। इसके बाद मेहमान का अंकिता को गले लगाना, पुलकित का एक बार और छेड़खानी करना, वीआईपी को रिजॉर्ट में स्पेशल सर्विस देने की बात समेत सारी कहानी अंकिता समय-समय पर पुष्प को बताती रही। अंकिता पुलकित और उसके दोस्तों से परेशान हो चुकी थी। उसने 17 सितंबर को पुष्प से बात की और 18 सितंबर को नौकरी छोड़ने के लिए कहा। इसकी पूरी तैयारियां हो चुकी थीं।
इसी बीच पुलकित, अंकिता के पास आ गया, उसने समझाने की कोशिश की। कहने लगा कि कुछ नहीं होगा, तुम यहां सुरक्षित हो। इस बीच दोनों में कहासुनी हुई और अंकिता व पुलकित की लड़ाई हो गई। पुलकित ने अंकिता की कलाई मरोड़ दी। यह बात अंकिता ने 18 सितंबर की शाम करीब साढ़े चार बजे पुष्प को रोते हुए बताई। फिर एकदम ही अंकिता ने यह कहकर फोन काट दिया कि पुलकित व उसके दोस्त आ गए हैं। अंकिता को जब पुलकित व उसके दोस्त अपने साथ ले जाने वाले थे तो उससे पहले उसने पुष्प को फिर से फोन किया। शाम करीब साढ़े छह बजे से 6ः52 बजे तक दोनों की बात हुई।
इस बातचीत में अंकिता ने सारी बातें रोते हुए पुष्प को बताईं। इसके बाद पुलकित उसे ऋषिकेश ले गया। रात करीब नौ बजे अंकिता की हत्या हो जाती है और उसका मोबाइल बंद हो गया। पुष्प ने कई बार अंकिता के मोबाइल पर बात करनी चाही, लेकिन वह स्विच ऑफ बताया गया। अंतिम बार पुष्प ने रात करीब ढाई बजे अंकिता के मोबाइल पर कॉल की। तब भी मोबाइल ऑफ था।