रानीखेत। घिंघारीखाल मजखाली हाईवे से लगे नैनी गांव में देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब दो कारोबारियों में हुए विवाद के बीच फायरिंग शुरू हो गयी। बताया जाता है कि होमस्टे की प्रतिस्पर्धा में दो कारोबारियों के बीच विवाद चल रहा था दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई थी, लेकिन देर रात एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के होमस्टे संचालक पर लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चला दी।
इस गोलीकाण्ड में होमस्ट संचालक बुरी तरह घायल हो गया। आनन-फानन में उसे नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी चिंताजनक हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे हल्द्वानी के लिए रैफर कर दिया। उधर इस मामले में पुलिस ने एक आरोपित को क्षेत्र से ही तमंचे के साथ गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरे दूसरे ने खुद कोतवाली पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया।
जानकारी के अनुसार नैनी गांव में एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच जमीन के मुद्दे पर लंबे समय से विवाद चल रहा है। इसी परिवार के अनिल सिंह अधिकारी व किशन सिंह अधिकारी गांव में ही होमस्टे का व्यवसाय करते हैं। सूत्रों के अनुसार बीती शाम करीब पांच बजे पर्यटकों की बुकिंग व पार्किंग के मसले पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। आरोप है कि अनिल सिंह को पीट दिया गया। उसने नागरिक चिकित्सालय में मेडिकल कराया। इसके बाद देर रात दोनों पक्ष फिर आमने-सामने आ गए।
इस दौरान अनिल सिंह अधिकारी अपने साथी किशोर सिंह अधिकारी के साथ किशन सिंह के होमस्टे पर पहुंचे। मामला इस कदर गरमाया कि बात फायरिंग तक पहुंच गई। तहरीर के अनुसार अनिल सिंह ने लाइसेंसी रिवाल्वर और किशोर ने अवैध तमंचे से गोली चला दी। एक गोली किशन सिंह की आंख के पास से निकली जबकि दूसरी पेट किनारे को चीरती हुई पार हो गई।