नई दिल्ली। दुनियाभर में मंकीपॉक्स वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, हालात यह हैं कि धीरे-धीरे इसका प्रकोप विकराल होता जा रहा है। बताया जा रहा है कि मंकीपॉक्स के मामले की संख्या 1000 के पार पहुंच चुकी है, जबकि शुरूआत में एक-दो मामले सामने आए थे। अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने मंकीपॉक्स प्रकोप पर अपने चेतावनी स्तर को बढ़ाया है। अमेरिका में अब तक मंकीपॉक्स के 30 मामले सामने आ चुके हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अबतक 29 देशों में मंकीपॉक्स के 1019 स्पष्ट और संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं। अब तक सबसे ज्यादा मामले ब्रिटेन से सामने आए हैं जहां वायरस ने 302 लोगों को अपनी चपेट में लिया है। इसके अलावा स्पेन, पुर्तगाल, कनाडा और जर्मनी में भी यह फैल चुका है। अमेरिका में 30 लोग मंकीपॉक्स का शिकार बन चुके हैं, जो कैलिफोर्निया, कोलोराडो, वाशिंगटन डीसी, फ्लोरिडा, जॉर्जिया, हवाई, न्यूयॉर्क समेत कई प्रमुख राज्यों से हैं।
वहीं सीडीसी ने अपनी वेबसाइट पर सलाह जारी की है कि यात्री दुर्लभ वायरल बीमारी से बचने के लिए ‘बढ़ी हुई सावधानियों का पालन करें। सीडीसी ने कहा कि लोगों को मरीजों के साथ निकट संपर्क में आने से बचना चाहिए, जिनकी त्वचा पर चकत्ते हैं। लोगों को जीवित या मृत जंगली जानवरों, खासकर चूहे, गिलहरी, बंदर और वानरों से भी दूर रहने की सलाह दी गई है। यात्रियों को बीमार लोगों की इस्तेमाल की गई संक्रमित चीजों के संपर्क में आने से भी बचना चाहिए, जैसे कपड़े या चादर। लोगों को जंगली जानवरों का मीट न खाने की भी सलाह दी गई है।