देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद सियासत लगातार गरमाई हुई है। भाजपा में जहां सीएम चेहरे को लेकर हलचल बढ़ती जा रही है वहीं कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष को लेकर घमासान मचा हुआ है। भाजपा में जहां सीएम चेहरे को लेकर एक के बाद एक नाम सामने आ रहे हैं वहीं कांग्रेस में भी नेता प्रतिपक्ष को लेकर अलग-अलग गुटों द्वारा लॉबिंग शुरू की जा रही है। इसी क्रम में निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, धारचूला विधायक हरीश धामी के बाद अब बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी का नाम भी तेजी से उभरा है। भंडारी समर्थकों ने उनके पक्ष में हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनावों के परिणाम सामने आए। प्रदेश की जनता ने पिछली बार की तरह इस बार भी भाजपा को सत्ता की चाबी सौंपी है। चूंकि सीएम पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट बचा पाने में कामयाब नहीं हुए तो इसलिए भाजपा हाईकमान को सीएम चेहरे को लेकर खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। चुनाव परिणाम आने से पहले ही रूझानों को देखते हुए भाजपा में भी अलग-अलग गुटों ने लॉबिंग शुरू कर दी थी। गढ़वाल मण्डल की बात करें तो यहां से पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक रूझानों के बाद से ही विधायकों के संपर्क साधने में जुट गये थे। वहीं धामी समर्थक उन्हें ही दोबारा सत्ता की कमान सौंपने की मांग कर रहे हैं, जबकि अनिल बलूनी और अजय भट्ट को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। हांलाकि आज दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में बड़ी बैठक हुई और संभवतः कल तक स्थिति स्पष्ट होने के पूरे आसार दिख रहे हैं। वहीं कांग्रेस में भी नेता प्रतिपक्ष को लेकर घमासान मचा हुआ है। यूं तो कांग्रेस में हार के बाद से ही घमासान मचा हुआ है, लेकिन अब नेता प्रतिपक्ष के पद को लेकर भी गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है।