अल्मोड़ा। विकास भवन से बेस अस्पताल तक सड़क पर डामरीकरण की मांग के लिए गर गूठ, भनार, रैखोली, रैलापाली, पहल, तलाड़, बारी और सैनार गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उन्होंने बताया कि सड़क बदहाल है। बावजूद इसके सड़क सुधारीकरण को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने सड़क संघर्ष समिति का गठन आगे की रणनीति तय की।
रविवार को प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क क्षेत्र की बड़ी आबादी को जोड़ती है। सालों से इस सड़क पर डामरीकरण नहीं हुआ है। कल्वर्ट टूटे हैं जिनसे आवाजाही खतरनाक बनी हुई है। बारिश में इस सड़क पर आवाजाही रुक जाती है। ऐसे में इस सड़क का उनके लिए कोई मायने नहीं हैं। बताया कि जल्द ही मानसूनकाल शुरू होगा। ऐसे में सड़क सुधारीकरण न होने पर उनके गांव सड़क संपर्क से कट जाएंगे। ग्रामीणों ने मांग की कि बरसात से पूर्व सड़क का सुधारीकरण किया जाए।
इसके बाद ग्रामीणों ने शीला देवी की अध्यक्षता में बैठक कर सड़क संघर्ष समिति का गठन किया। विनय किरौला को अध्यक्ष, प्रधान गर गूठ महेश कुमार को उपाध्यक्ष चुना गया। पदाधिकारियों ने बताया कि यदि जल्द ही सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई तो आंदोलन किया जाएगा। वहां प्रकाश चंद्र, शेखर, श्याम सिंह, पान सिंह, शीला उप्रेती, चंद्रा बिष्ट, सुंदर सिंह, हरीश लाल, गणेश लाल, नंदा बिष्ट, गीता जोशी, कैलाश जोशी, महेश जोशी आदि थे।