अल्मोड़ा। यहां विकास भवन सभागार में मंगलवार को मानव तस्करी के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से विभागीय व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल के पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान लगातार बढ़ रही मानव तस्करी रोकने और चुनौतियों से खुद को तैयार करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तराखंड में मानव तस्करी बढ़ने का कारण गरीबी और संसाधनों का अभाव है। प्रशिक्षण की अध्यक्षता राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने की और मानव तस्करी के विरुद्ध कार्य करने वाले सक्रिय कार्यकर्ता ज्ञानेंद्र कुमार ने प्रशिक्षण में बारीकी से इस कार्यप्रणाली, इसके कारण, सरकार और समाज की भूमिका के बारे में लोगों को अवगत कराया। साथ ही उन्होंने कि किसी भी नेटवर्क को नेटवर्क बनाकर ही तोड़ा जा सकता है और उनके द्वारा पुलिस अधिकारियों को पीड़िता की पहचान, जांच प्रक्रिया, छापा और राहत बचाव कार्य आदि के बारे में भी बताएं। इसके अलावा मानव तस्करी से जुड़े मामलों में एफआईआर दर्ज कराने में आ रही दिक्कतों के समाधान के बारे में भी उनके द्वारा बताया गया। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर द्विवेदी ने उत्तराखंड में हो रही मानव तस्करी के कारणों से संबंधित सुझाव भी दिए और उनका कहना है कि मानव तस्करी के मामले इसलिए भी बढ़ रहे हैं क्योंकि कोरोना काल के बाद आर्थिक असमानता बढ़ी है तथा आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने बताया कि मानव तस्करी को रोकने के लिए सभी विभाग, पुलिस समन्वय बनाकर कार्य करें तथा ग्राम स्तर से भी जिम्मेदारियां तय करें।