ज्योतिष शास्त्र के ज्ञाता आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल के अनुसार कल 27 जून को नवग्रहों में सेनापति एवं परम तेजस्वी ग्रह मंगल का अपनी मेष राशि में गोचर होगा। वहां पर राहु पहले से ही विराजमान है इसलिए अंगारक योग बनेगा, जिससे पूरे देश और विशेष रूप से प्रदेशों में राजनीतिक, प्रशासनिक और प्राकृतिक उथल-पुथल की संभावना बन रही है। डॉ. घिल्डियाल बताते हैं कि ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों में मंगल का विशेष महत्व होता है। मंगल को सभी ग्रहों का सेनापति कहा जाता है। साथ ही मंगल मेष राशि का स्वामी भी होता है। इसीलिए कुंडली में मंगल का सही स्थान पर होना भी जरूरी होता है। क्योंकि मंगल के अशुभ होते ही व्यक्ति के सारे कार्य अमंगल में बदलने लगते हैं। इस बार सोमवार 27 जून 2022 को मंगल ग्रह का मेष राशि में प्रवेश होने जा रहा है। मंगल के इस राशि परिवर्तन या गोचर से जहां कुछ राशियों को खूब फायदा पहुंचने वाला है। तो वहीं कुछ को नुकसान होने की संभावना भी है।
लिंक में पढ़ें आपकी राशि में पड़ेगा क्या असर?
मेष राशि (Aries): किसी नए कार्य की शुरुआत के लिए यह समय अच्छा है। परिजनों से धन की प्राप्ति होगी। किसी भी कार्य में आपको परिश्रम करने की जरूरत है, इससे उस कार्य में जरूर सफलता मिलेगी
मिथुन राशि (Gemini): मिथुन राशि वालों के लिए यह बहुत अच्छा समय रहेगा। उन्हें मेहनत का पूरा फल मिलेगा और सभी अधूरे कार्य संपन्न होंगे। नौकरी-व्यापार में अपार वृद्धि होगी, जिससे कि धन-संबंधी जुड़ी परेशानी भी दूर होगी। किसी नए व्यवसाय के लिए भी आप इस समय सोच सकते हैं।
कर्क राशि (Cancer): कर्क राशि वालों के लिए भी मंगल का राशि परिवर्तन शुभ फलदायी होगा। नौकरी और शिक्षा से जुड़े क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। हालांकि खर्चों में वृद्धि आ सकती है।
कन्या राशि (Virgo): कन्या राशि वाले जातकों के लिए भी इस गोचर का मिला-जुला परिणाम देखने को मिलेगा। नौकरी में तरक्की के आसार है। पिता व भाई का सहयोग मिलेगा, जिससे तरक्की के योग है। परंतु अष्टम स्थान में अंगारक योग बनने से अचानक गिरने की संभावना रहेगी संभल कर चलें।
धनु राशि (Sagittarius): इस समय अच्छी नौकरी मिलने की संभावना है और साथ ही पितृ संपत्ति भी प्राप्त हो सकती है। अपने कार्यों से धन का अर्जन बढ़ाएं। आपको कारोबार बढ़ाने के भी अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
मकर राशि (Capricorn): कार्यों को लेकर व्यस्तता रहेगी। नौकरी में विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं। साथ भी कार्यक्षेत्र में उच्च पद की प्राप्ति हो सकती है। स्थान परिवर्तन की भी पूरी संभावना बनी हुई है संतान पक्ष से भी सुखद समाचार मिल सकता है।
कुंभ राशि (Aquarius): कुंभ राशि के लिए मंगल ग्रह का गोचर शुभ फल देगा। आपके सभी अधूर कार्य पूरे होंगे। किसी भी कार्य में मित्रों और परिजनों का पूरा साथ मिलेगा। नए कार्य की शुरुआथ के लिए भी समय अनुकूल है। पराक्रमी एवं आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
वृष राशि (Taurus ): आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। इसलिए आप क्रोध से बचे और किसी भी कार्य में संयम बरतें। पारिवारिक जीवन में उथल-पुछल रहेगी, जिसके कि रहन-सहन भी अव्यवस्थित होने की संभावना है।
सिंह राशि (Leo): सिंह राशि वालों के लिए इस गोचर का मिला-जुला प्रभाव देखने को मिलेगा। मन अशांत रहेगा और आशा-निराशा के भाव उत्पन्न हो सकते हैं। परंतु भाग्य भाव में अंगारक योग बनने से लाटरी सट्टा से अचानक धन लाभ की प्राप्ति हो सकती है।
तुला राशि (Libra): तुला राशि के लिए यह गोचर अशुभ फल देने वाला है। व्यापार व कारोबार में दिक्कतें आ सकती है। शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। रास्ते से सप्तम स्थान में अंगारक योग बनने से दांपत्य जीवन में कड़वाहट पैदा हो सकती है कार्यक्षेत्र में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिक राशि (Scorpio): वृश्चिक राशि के जातकों की नौकरी और कारोबार में कठिनाइयां आ सकती है। इस दौरान नौकरी परिवर्तन के भी योग बन रहे हैं। परिवार के लोगों की सेहत का ध्यान रखें। चिकित्सा में पैसे खर्च हो सकते हैं।
मीन राशि (Pisces): मीन राशि वाले के लिए यह समय थोड़ा परेशानियों से भरा रह सकता है। शिक्षा कार्यों पर विशेष ध्यान दें। वाणी में संतुलन बनाए रखें। मन अशांत रहेगा। धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
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डॉ. घिल्डियाल ने सभी राशि के जातकों को सलाह दी है कि कोई माने या न माने ग्रहों के गोचर का प्रभाव सभी पर आवश्यक रूप से पड़ता है। किस प्रकार का रहेगा यह प्रभाव इसके लिए कुंडली का विश्लेषण आवश्यक है जिसके लिए लोग उनसे मिलकर परामर्श लेने का समय ले सकते हैं। विदित है कि उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉ. घिल्डियाल की भविष्यवाणियां सटीक साबित होती है उनके द्वारा दी गई ज्योतिष सलाह को जो अपना लेता है वह फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है। उन्हें मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित करने के लिए ज्योतिष वैज्ञानिक की उपाधि दी गई है। उनकी विशेष योग्यता की वजह से हाल ही में उत्तराखंड शासन द्वारा उन्हें शैक्षिक संवर्ग से प्रशासनिक संवर्ग में सेवा स्थानांतरण देकर शिक्षा विभाग में सहायक निदेशक भी बनाया गया है।